नाशिक : नाशिक विभाग के ५ जिलों के लिए मंजूर किए गए २५६५ करोड ७८ लाख के प्रस्तावित अनुदान में से केवल ९६० करोड ५६ लाख अर्थात ३५ प्रतिशत अनुदान ही खर्च हो सका है. जिसके कारण २ माह में १६०५ करोड २२ लाख अनुदान खर्च करने की चुनौती पांचों जिलों के प्रशासन के सामने खड़ी है. उपमुख्यमंत्री तथा राज्य के वित्त व नियोजन मंत्री अजित पवार शुक्रवार ३१ जनवरी को २०१९-२० के आर्थिक साल में खर्च किए गए अनुदान का खुलासा लेंगे. जिला अधिकारी कार्यालय के नियोजन हॉल में ये बैठक ली जाएगी. इस बैठक पर सभी की नज़रें लगी हुइ है. मंत्री पवार विभाग अनुसार खुलासा लेकर खर्च काम और मान्यता की प्रतीक्षा में फंसे कामों का का आंकड़ा और अगले साल के नियोजन के खुलासा इस बैठक में लिया जाएगा. इसके अलावा लिए निधि की मांग का खुलासा भी अजित अगले आर्थिक सालों के लिए कितने अनुदान की पवार लेंगे ऐसी जानकारी प्रशासन के सूत्रों से आवश्यकता है इसका अंदाज भी इस बैठक में प्राप्त हुई है. नाशिक विभाग में नाशिक, किया जाएगा. जलगांव, अहमदनगर, धूलिया और नंदूरबार नाशिक विभाग को प्राप्त और खर्च की गई निधि पांचों जिलों के लिए २०१९-२० के लिए नाशिक ७९१.२४ करोड़ -३१४.७४ करोड़, २५६५ करोड ७८ लाख का प्रस्ताव पेश किया धूलिया - २९८.७१ करोड़ -१००.२४ करोड, गया था. परंतु एप्रिल २०१९ से जनवरी २०२० जलगांव -४५१.१२ करोड़-१३५.७४ करोड, की कालावधि में केवल ९६० करोड ५६ लाख अ.नगर - ५७०.७२ करोड़ - २३८.५७ करोड़, पिछली बार ही नाशिक के साथ अन्य जिलों में रुपए ही खर्च हो सके हैं. प्रशासकीस मान्यता नंदूरबार -४५२.९९ करोड़ - १७१.२७ करोड, भी जिला नियोजन समिति की बैठक हुई. अब वित्त मिले काम, प्रगति पथ पर चल रहे काम, पूरे हुए कुल - १६०५.२२ करोड़ -९६०.५६ करोड़
पूरा अनुदान नहीं खर्च कर सका नाशिक विभाग, अजित पवार ३१ को लेंगे खर्च की जानकारी